मेडिकल एस्ट्रोलॉजी

मेडिकल एस्ट्रोलॉजी वह शाखा है जो ग्रहों और नक्षत्रों के स्थितियों के माध्यम से व्यक्तिगत स्वास्थ्य की जानकारी प्रदान करती है। यह एक प्राचीन विज्ञान है जो मानव शरीर की भिन्न-भिन्न रोगों और स्वास्थ्य समस्याओं के लिए ज्योतिषीय दृष्टिकोण प्रदान करता है।

इसके अनुसार, ग्रहों की स्थितियाँ और आकार व्यक्तिगत स्वास्थ्य पर प्रभाव डाल सकती हैं। व्यक्ति की जन्म कुंडली में ग्रहों की स्थिति, भावों के स्वामी ग्रह, नक्षत्र आदि के आधार पर मेडिकल एस्ट्रोलॉजिस्ट यह प्रायोगिक ज्ञान प्राप्त करते हैं।

 मेडिकल एस्ट्रोलॉजी से संबंधित मुख्य बिंदुओं को प्रस्तुत किया जा रहा है:

  1. राशि और स्वास्थ्य: ज्योतिष में राशियाँ ग्रहों के स्थिति को प्रकट करने के लिए प्रयुक्त होती हैं। प्रत्येक राशि का अपना विशेष प्रभाव होता है और यह व्यक्ति के स्वास्थ्य पर भी प्रभाव डाल सकता है।
  2. भावों के स्वामी ग्रह: कुंडली में विभिन्न भावों के स्वामी ग्रह व्यक्ति के विभिन्न शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के पहलु पर प्रभाव डालते हैं।
  3. नक्षत्र: ज्योतिष में 27 नक्षत्र होते हैं और प्रत्येक नक्षत्र का अपना विशेष गुणधर्म होता है। नक्षत्रों की स्थिति भी व्यक्ति के स्वास्थ्य पर प्रभाव डाल सकती है।
  4. ग्रहों की दशाएँ: ग्रहों की दशाओं के दौरान भी स्वास्थ्य में बदलाव हो सकता है। यह दशाओं के समय में आपके स्वास्थ्य की स्थिति को प्रभावित कर सकते हैं।
  5. योग और उपाय: मेडिकल एस्ट्रोलॉजी के अनुसार ग्रहों के दोष को कम करने के लिए विभिन्न योग और उपाय प्रदान किए जा सकते हैं, जो स्वास्थ्य को सुधारने में मदद कर सकते हैं।

केवल ज्योतिषीय दृष्टिकोण से ही नहीं, बल्कि एक अनुभवी चिकित्सक द्वारा सहायता प्राप्त करने के बाद ही मेडिकल एस्ट्रोलॉजी का प्रयोग किया जाना चाहिए। यह किसी विशेष रोग के उपचार के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए, बल्कि स्वास्थ्य की सुरक्षा और सुधार के लिए एक अत्यधिक और प्राचीन विज्ञान के रूप में माना जाता है।